Aurangabad : औरंगाबाद के NH 19 पर शुक्रवार की रात अज्ञात वाहन के चपेट में आकर संदीप कुमार की घटनास्थल पर मौत हो गई यह घटना सोन नदी के पल के पास बरुण में हुई है जानकारी के अनुसार संदीप अपने घर गोला गांव आधी रात को लौट रहा था तभी अज्ञात वाहन ने उसे जोरदार टक्कर मारी जिससे संदीप कुमार बुरी तरह घायल हो गया घटना की जानकारी मिलते ही राष्ट्रीय राज्य मार्ग प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंचकर संदीप को स्वास्थ्य केंद्र ले गई जहां पर डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत्यु घोषित कर दिया मेहंदी छूटने से पहले उजड़ गया दुल्हन का सुहागपरिजनों ने बताया कि संदीप कुमार की 15 दिन पहले जहानाबाद के कन्हैया बीघा गांव में उसकी शादी हुई थी संदीप गोवा में रहकर जॉब करता था हाल में ही वह घर आया था और किसी काम से डेहरी गया हुआ था जब वह अपना काम करके अपना गांव गोला लौट रहा था तभी अज्ञात वाहन ने संदीप कुमार को जोरदार टक्कर मार दिया है संदीप की मृत्यु के बाद परिजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है और उसकी नई नवेली दुल्हन सदमे में चली गई है आज से 15 दिन पहले संदीप कुमार के घर में उसकी शादी की खुशियां मनाई गई थी और इस सड़क हादसे के बाद उसका पूरा परिवार में सदमे का माहौल है.
Aurangabad : रफीगंज (औरंगाबाद): बिहार के औरंगाबाद जिले के रफीगंज क्षेत्र में डाक बंगला के पास पुलिस ने एक टेंपो (BR-26-PA-1668) सहित टेंपो चालक को गिरफ्तार किया, गिरफ्तार करके जब छानबीन की गई तो टेंपो चालक के पास से 62800 रुपए के जाली नोट बरामद हुए यह जाली नोट रफीगंज बाजार में सप्लाई करने के लिए ले जाया जा रहा था.62800 रुपए की जाली नोट बरामदपुलिस ने बताया कि शनिवार के शाम पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि टेंपो नंबर BR-26-PA-1668 द्वारा जाली नोटों का सप्लाई रफीगंज बाजार में होने वाला है सूचना मिलते ही पुलिस ने एक टीम गठित की और वाहनों की छानबीन करनी शुरू कर दी जब इस टेंपो की छानबीन शुरू की गई तो ड्राइवर के सीट के नीचे से 62800 रुपए की जाली नोट बारामद हुई है.ऑटो चालक को पुलिस ने किया गिरफ्तारजाली नोटों के साथ-साथ रफीगंज पुलिस ने ऑटो चालक को भी गिरफ्तार कर लिया है ऑटो चालक की पहचान विनोद कुमार के रूप में हुई है जो कौवाखाप गांव का निवासी है विनोद कुमार के पास से ₹200 के 194 नोट और ₹100 के 240 नोट मिले है पुलिस ने जाली नोटों के साथ-साथ आरोपी विनोद कुमार का मोबाइल फोन भी जप्त कर लिया है पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है और यह नोट कहां छापे जा रहे था और इसका मास्टरमाइंड कौन है इसकी गिरोह का पुलिस जल्द ही पर्दाफाश करेगी।
Aurangabad : बिहार के औरंगाबाद जिले में क्राइम की वारदात बढ़ती हुई दिखाई दे रही है पुलिस इस पर कंट्रोल करने की भी काफी ज्यादा कोशिश में लगी है और कहीं हद तक कंट्रोल कर भी रही है लेकिन देर रात गुरुवार को हसपुरा थाना क्षेत्र के रहने वाले मंसूर खान उर्फ पप्पू खान को अज्ञात अपराधियों ने गला दबाकर हत्या कर दिया मंसूर खान की लाश सुबह चंडी गांव के एक मैदान में लावारिस तरीके से पड़ा हुआ मिला.घटना से गोसाई ग्रामीणों ने किया पटेल चौक के पास मुख्य सड़क को जाममंसूर खान के गांव वालों ने पटेल चौक के पास मुख्य सड़क को जाम करके प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, दोषियों को गिरफ्तार करके कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करने लगे और साथ ही मृतक के परिवार को मुआवजा देने के लिए भी आवाज उठाई जैसे ही इस घटना के बारे में हसपुरा थाना को पता चली तो तुरंत अपने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और गुस्सायें ग्रामीणों को शांत कियापोस्टमार्टम होने के बाद पोस्टमार्टम होने के बाद पता चलेगी मौत की असली वजहपुलिस ने जब शव को अपने कब्जे में लिया तो मंसूर खान के शरीर पर कोई भी जख्म या चोट के निशान नहीं थे इसकी वजह से मौत का सही कारण पता नहीं चल पाया है पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया है पोस्टमार्टम का रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगी की मौत की असली वजह क्या है.
Bihar : आज हम बात करने वाले हैं भोजपुरी सिनेमा के 10 ऐसे सुपरस्टार अभिनेता और अभिनेत्री के बारे में जिन्होंने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अपना एक अलग पहचान बनाया है, आज भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री सिर्फ उत्तर प्रदेश और बिहार में ही नहीं बल्कि पूरे भारत के साथ-साथ नेपाल और मॉरीशस जैसे देशों में भी सुनी जाती है. चलिए जानते हैं वैसे 10 अभिनेता और अभिनेत्रियां के बारे में जिनकी फ़िल्में सिनेमाघर में जाते ही धूम मचा देती है और अच्छी कमाई करती है.1. Khesari Lal Yadav बिहार राज्य के छपरा जिले के रसलपुर गांव रहने वाले भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत भोजपुरी गानों सीखी थी उन्होंने अपना पहला फिल्म साजन चले ससुराल 2011 में बनाई थी जो दशक के बीच काफी लोकप्रिय रही थी, खेसारी लाल यादव की फिल्में लगातार सुपरहिट होती रहती है और साथ ही इनके म्यूजिक वीडियो भी सुपरहिट होते रहते हैं इसी वजह से उनके दर्शक इन्हें प्यार से ट्रेडिंग स्टार के नाम से भी बुलाते हैं खेसारी लाल की फिल्म की चार्ज की बात कर तो खेसारी एक फिल्म बनाने का 45 से 55 लाख रुपए का चार्ज करते हैं.2. Pawan Singhभोजपुर के आरा शहर के रहने वाले पवन सिंह आज भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं बल्कि बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में अपना नाम बन चुके हैं इन्होंने अपनी करियर की शुरुआत बिहार में होने वाले स्टेज प्रोग्राम से की थी उनकी पहली लोकप्रिय गाना लॉलीपॉप लागेलू था, पवन सिंह दिन पर दिन सुपरहिट गाने बनाने की वजह से इन्हें फिल्म में जल्द ही चांस मिल गई और इन्होंने मनोज तिवारी, रवि किशन यादव और दिनेश लाल यादव निरहुआ के साथ फिल्मों में काम किया और प्रतिज्ञा फिल्म से अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत कीआज पवन सिंह एक फिल्म बनाने का 35 से 55 लाख रुपए के बीच चार्ज करते हैं और उनके फिल्में अच्छी कमाई भी करती हैं.3. Akshara Singh भोजपुरी इंडस्ट्री में दबंग गर्ल के नाम से अपनी पहचान बनाने वाली अक्षरा सिंह शुरुआती दौर में टीवी सीरियल में काम करती थी उसके बाद धीरे-धीरे वह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अपना कदम रखा और अपनी एक अलग पहचान बना लिया है, अक्षरा सिंहकई सारे भोजपुरी अभिनेताओं के साथ काम किया है जैसे कि पवन सिंह खेसारी लाल यादव रवि किशन रितेश पांडे दिनेश लाल यादव निरहुआ प्रदीप पांडे चिंटू इत्यादि कई सारे अभिनेता के साथ फिल्मों में नजर आई हैं, अक्षरा सिंह फिल्मों के साथ-साथ म्यूजिक वीडियो बनाती है जो लोगों के बीच काफी पॉपुलर भी होती है. अक्षरा सिंह एक फिल्म बनाने का 10 से 25 लाख रुपए चार्ज करती हैं4. Kajal Raghwani काजल राघवानी सुगना फिल्म से अपनी भोजपुरी फिल्म की में करियर शुरू की थी, आज वह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं, इन्होंने भोजपुरी के कई सारे फिल्म जैसे कि पटना से पाकिस्तान दबंग सरकार इत्यादि सुपरहिट फिल्मों में काम किया है, काजल राघवानी का पवन सिंह के साथ भोजपुरिया राजा फिल्म का एक गाना सॉरी सॉरी काफी ज्यादा पॉपुलर हुआ था जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश और बिहार के दर्शक उन्हें काफी ज्यादा पसंद करने लगे हैं, हालांकि काजल राघवानी का नाम भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव के साथ विवाद में जुड़ रहा काजल राघवानी ने खेसारी लाल यादव के ऊपर धोखाधड़ी का भी आरोप लगाया था आप की वजह थी कि काजल राघवानी बयान के तौर पर खेसारी लाल यादव काजल राघवानी से शादी करने का वादा करके फिर इनकार कर रहे थे काजल राघवानी अपनी एक फिल्म बनाने का 15 से 25 लाख रुपए लेती है.5. Ravi Kishanरवि किशन भोजपुरी के साथ-साथ साउथ,बॉलीवुड मराठी फिल्मों में अपनी पहचान बनाने वाले पहले ऐसे भोजपुरी एक्टर हैं जिन्होंने भोजपुरी भाषा को एक अलग पहचान दिलवाई है, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रवि किशन उसे समय से भोजपुरी फिल्म में अभिनय कर रहे हैं जब मनोज तिवारी जैसे सुपरस्टार म्यूजिक वीडियो में अपनी आवाज दिया करते थे रवि किशन भोजपुरी भाषा में कई सारे फिल्में बनाई है जैसे की गंगा जैसन मैया हमार, बांके बिहारी, विधायक जैसी फिल्मों से रवि किशन का नाम काफी ज्यादा मशहूर हो गया है, रवि किशन अपनी एक फिल्म बनाने का चार्ज 40 से 60 लाख रुपए लेते हैं.6. Dinesh Lal Yadav (Nirahua)गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव के रहने वाले दिनेश लाल यादव निरहुआ अपनी करियर की शुरुआत भोजपुरी गानों से की थी इनका गाना तेल गमकौआ लोगों के बीच काफी ज्यादा प्रसिद्ध रहा था, दिनेश लाल यादव निरहुआ ने इसके बाद लगातार भोजपुरी फिल्मों में काम करना शुरू किया और इन्हें जुबली स्टार के नाम से जानने लगे दिनेश लाल यादव निरहुआ कई सारी भोजपुरी फिल्मों में अभिनय किया और सभी फिल्में सुपरहिट रही है, दिनेश लाल यादव निरहुआ की फिल्म निरहुआ रिक्शावाला घर-घर में लोकप्रियता बनाने वाली पहली फिल्म थी उसके बाद इन्होंने कई सारे फिल्में बनाई जो सभी के सभी सुपरहिट हुई थी निरहुआ एक फिल्म बनाने का चार्ज 65 से 75 लाख रुपए लेते हैं.7. Rani Chatterjeeरानी चटर्जी भोजपुरी सिनेमा की वह अभिनेत्री हैं जिनके फिल्मों में हीरो की जरूरत नहीं होती रानी चटर्जी ने कई सारे ऐसे फिल्में बनाई जो बिना अभिनेता के सुपरहिट रहे हैं इसी वजह से रानी चटर्जी को भोजपुरी इंडस्ट्री का कंगना रनौत भी कहते हैं, रानी चटर्जी ने भोजपुरी इंडस्ट्री में कई सारे सुपरहिट फिल्म जैसे कि ससुरा बड़ा पैसा वाला, देवड़ा बड़ा सतावेला, रानी नंबर 786 बनाए हैं. रानी चटर्जी एक फिल्म बनाने का 15 से 25 लाख रुपए चार्ज करते हैं.8. Pradeep Pandey (Chintu)प्रदीप पांडे भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के वैसे अभिनेता है जिन्होंने बचपन से ही फिल्मों में अभिनय किया है इन्होंने दिनेश लाल यादव निरहुआ के साथ निरहुआ रिक्शावाला में भतीजे के रोल में नजर आए थे उसके बाद इन्होंने कई सारे भोजपुरी फिल्में बनाई जो काफी ज्यादा लोकप्रिय रही है प्रदीप पांडे चिंटू भोजपुरी फिल्म निर्देशक राजकुमार आर पांडे के बेटे हैं प्रदीप पांडे अपनी एक फिल्म बनाने का 25 से 35 लाख रुपए चार्ज करते हैं9. Monalisha (Antara Biswas)मोनालिसा भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में हॉट गर्ल के नाम से जानी जाती है, इन्हें लोग अंतरा विश्वास के नाम से भी जानते हैं मोनालिसा पश्चिम बंगाल की रहने वाली है जिन्होंने भोजपुरीभाषा में कई सारे फिल्में जैसे कि सैया जी दिलवा मांगे ले, दुल्हन चाही पाकिस्तान से बनाई है मोनालिसा बिग बॉस के सीजन 10 में भी दिखाईदी थी मोनालिसा एक फिल्म बनाने का चार्ज 10 से 20 लाख रुपए लेती है.10. Nisha Dubeyझारखंड के रांची शहर की रहने वाली निशा दुबे का भोजपुरी इंडस्ट्री में अलग पहचान बन चुका है, लगाई दिही चोलिया के हुक राजा जी गाने से अपनी पहचान बनाने वाली निशा दुबे भोजपुरी इंडस्ट्री में प्रसिद्ध अभिनेत्री के रूप में जानी जाती हैं, निशा दुबे भोजपुरी भाषा मेंकई सारे फिल्में बनाई हैं जिसमें स्वर्ग, इंडिया-पाकिस्तान, दिलदार सजना, खुद्दार जैसी फिल्में शामिल है निशा अपनी एक फिल्म बनाने का चार्ज 5 से 10 लाख रुपए लेती है.
India : Amarnath Yatra: महादेव के दरबार अमरनाथ में भक्तों का जाने का इंतजार अब खत्म होने वाला है, श्रद्धा और आस्था के प्रतीक अमरनाथ धाम में हर साल लाखों श्रद्धालु जाकर भगवान शिव की पूजा और आराधना करते हैं, दुर्गम पहाड़ियों के ऊपर स्थित अमरनाथ गुफा में भगवान शंकर स्वयं विराजमान है, जिनके दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु कठिन यात्रा करके भगवान शंकर की मंदिर अमरनाथ धाम में जाते हैं.11 जून 2025 को प्रथम पूजा के साथ अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ हो चुका है जानकारी के अनुसार 3 जुलाई 2025से 38 दिवसीय अमरनाथ की पवित्र यात्रा को आधिकारिक रूप से शुरू कर दिया जाएगा, अमरनाथ धाम में भगवान शिव बर्फानी शिवलिंग के रूप में विराजमान है जहां पर श्रद्धालु कठिन यात्रा करके भगवान शिव के दर्शन के लिए जाते हैंरास्ते में रोमांचक और सुंदरता से भरपूर बर्फीले पहाड़ियों के नजारे के साथ-साथ श्रद्धालु भक्ति भजन करते हुए अमरनाथ की गुफा तक पहुंचाते हैं, यहां जाने के लिए रास्ता जितना ही रोमांचक है उतना ही कठिन भी है उसके बाद भी लाखों श्रद्धालु उसके बाद भी लाखों श्रद्धालु हर साल अमरनाथ की यात्रा पर पहुंचते है.अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां निम्नलिखित है.अमरनाथ की यात्रा पर जाने से पहले अपना पंजीकरण अवश्य कर ले, पंजीकरण ऑनलाइन माध्यम से किया जाता है.कठिन मार्ग होने के कारण सभी यात्रियों को अपने स्वास्थ्य का जांच करना अनिवार्य है, चिकित्साह रूप से स्वस्थ आदमी को ही अमरनाथ यात्रा करने के लिए अनुमति दी जाती है.अमरनाथ की यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए सेवा के जवान सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसी पूरे मार्ग पर तैनात रहेंगेयात्रियों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने साथ गर्म कपड़े फर्स्ट-एड किट, रेनकोट और अन्य आवश्यक सामग्री साथ लेकर जाएं क्योंकि अमरनाथ की यात्रा पर मौसम कभी भी बदल सकता हैअमरनाथ की यात्रा 3 जुलाई 2025 से शुरू होकर 38 दिनों तक चलेगी इस बीच श्रद्धालु अमरनाथ जाकर भगवान शिव के दर्शन कर सकते हैंमहादेव के दर्शन के लिए अमरनाथ के यात्रा पर लाखों श्रद्धालु कठिन यात्रा करके पहुंचते हैं यह सिर्फ यात्रा नहीं बल्कि भक्ति और अटूट आस्था भी हैजिसके वजह से यात्री इतनी कठिन मार्ग पर भी अमरनाथ की दिव्या यात्रा करते हैं अगर आप भी अमरनाथ जाने का योजना बना रहे हैं तो अपनी तैयारियां शुरू कर दीजिए
India : Flash tumeric magic water: पिछले कुछ दिन से सोशल मीडिया पर एक ट्रेंडिंग वीडियो काफी ज्यादा वायरल हो रहा है जिसमें मोबाइल का फ्लैश जलाकर उसके ऊपर पानी भर कांच की गिलास में हल्दी डालकर वीडियो बनाई जा रही है यह Trending Video लोगों को काफी ज्यादा पसंद भी आ रहा है और लोग इसे भारी मात्रा में बना भी रहे हैं, लेकिन ऐसा करने से आपको भारी नुकसान भुगतना पड़ सकता है.पानी में हल्दी डालना है तांत्रिक प्रक्रियाअगर आप पानी में हल्दी डालकर वीडियो बना रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि यह एक तांत्रिक प्रक्रिया है आप सिर्फ वीडियो ही नहीं बना रहे हैं बल्कि भूत प्रेतों को बुलवा भी दे रहे हैं , Arun kumar vyas Astrologist के अनुसार पानी के गिलास में हल्दी डालना अपने जन्म कुंडली में ग्रह को कमजोर करना होता है, पानी के गिलास में हल्दी डालने से चंद्रमा और गुरु कमजोर पड़ जाते हैं इससे सिद्ध आपके भाग्य में भी प्रभाव पड़ने के साथ-साथ आपके घर में भी बड़ी आपदा आ सकती है, एस्ट्रोलॉजर अरुण कुमार व्यास ने बताया कि अगर आप अपनी के गिलास में हल्दी डालकर वीडियो बनाते हैं तो इसे बिल्कुल ना करें साथ ही इसे परिवार में किसी व्यक्ति कोन करने दे.
India : Ramayan Movies News: भगवान श्री राम के लीला को रामायण के रूप में दर्शाने वाले वाल्मीकि जी की रामायण इतनी ज्यादा प्रसिद्ध है कि उनकी लोकप्रियता खत्म ही नहीं होती है रामायण पुराने समय से लेकर आज के समय तक अलग-अलग कलाकारों को राम सीता लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न के रूप में कास्टिंग करके बनाया गया है.लेकिन इस बार बॉलीवुड और साउथ के एक्टर और एक्ट्रेस को कास्टिंग करके रामायण बनाई जा रही है इस फिल्म में इतने बड़े कलाकार और इतने बड़े विजन के साथबनाई जा रही है कि या फिल्म दो भाग में सिनेमाघर में दिखाई जाएगी भाग 1 2026 के दिवाली के मौके पर रिलीज की जाएगी और दूसरी भाग 2027 के दिवाली पर रिलीज की जाएगी.इस फिल्म के मुख्य किरदार में हैं बॉलीवुड और साउथ के सुपरस्टारइस फिल्म में मुख्य किरदार राम की बात कर तो उनकी भूमिका निभाने वाले कलाकार रणबीर कपूर हैं और राम की पत्नी सीता का भूमिका निभाने वाली सई पल्लवी है जो साउथ की बहुत बड़ी सुपरस्टार हैं और रामायण की सबसे अहम भूमिका जो रावण की है उसमें साउथ के सुपरस्टार Yesh (Naveen Kumar Gowda) है और सबसे लोकप्रिय हनुमान के कास्ट में सनी देओल दिखेंगे अन्य कलाकारों की सूची नीचे दी हुई हैRamayana Movies Cast ListRam - Ranbir KapoorSita - Sai PallaviRavana - Yesh (Naveen Kumar Gowda)Hanuman - Sunny DeolLaxman - Ravi DubeyMandodari - Kajal AggarwalSurpanakha - Rakul Preet SinghKaikeyi - Lara DuttaVidyut Jihva - Vivek OberoiDashrath - Arun GovilLord Indra - Kunal KapoorBharat - Adinath KothareManthara - Sheeba ChaddhaKausalaya - Indira KrishnanRamayana Movies Release DateRamayana Part 1 : Diwali 2026Ramayana Part 2 : Diwali 2027
India : पुराने जमाने में राजा महाराजा अपने घर के दरवाजे पर पायदान रखते थे, अभी के समय में भी कुछ-कुछ लोग अपने घर के दरवाजे के आगे पायदान रखते हैं इसके पीछे एक बहुत बड़ी वजह है पायदान रखने से आपके घर में नेगेटिव एनर्जी का प्रभाव नहीं होता है.पुराने जमाने में लोग पायदान के नीचे नमक छुपा कर रखते थे कई सारे लोगआपके घर में हर जगह से चलकर प्रवेश कर जाते हैं इसकी वजह से कई सारे नेगेटिव एनर्जी व्यक्ति के अंदर या पैरों सेआपके घर में प्रवेश हो जाती है लेकिन घर के दरवाजे पर नमक रखने से नेगेटिव एनर्जी घर के दरवाजे से ही बाहर रह जाती है नमक को छुपाने के लिए पायदान रखा जाता था और उसके नीचेनमक रख दी जाती थी ताकि नेगेटिव एनर्जी आपके घर के अंदर प्रवेश न कर पाए.लेकिन धीरे-धीरे यह परंपरा अब खत्म होती जा रही है लेकिन अगर आप अपने घर के दरवाजे के अंदर पायदान रखते हैं तो उसके नीचे थोड़ा सा नमक जरूर रखें इससे आपके घर में आने वाली नेगेटिव एनर्जी बाहर ही रह जाएगी और आपका घर नेगेटिव एनर्जी के प्रभाव से बचा रहेगा घर में नेगेटिव एनर्जी का प्रवेश हो जाने से आपके काम में बाधा आने लगेगी आपकी सेहत पर भी बहुत सारा नुकसान पहुंचाना शुरू हो जाएगा इसी से बचने के लिए पुराने जमाने के लोग घर के दरवाजे के आगे पायदान रखकर उसके नीचे थोड़ी सी नमक रख देते थे ताकि वह नेगेटिव एनर्जी से बचे रहें.
India : Amarnath Yatra: महादेव के दरबार अमरनाथ में भक्तों का जाने का इंतजार अब खत्म होने वाला है, श्रद्धा और आस्था के प्रतीक अमरनाथ धाम में हर साल लाखों श्रद्धालु जाकर भगवान शिव की पूजा और आराधना करते हैं, दुर्गम पहाड़ियों के ऊपर स्थित अमरनाथ गुफा में भगवान शंकर स्वयं विराजमान है, जिनके दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु कठिन यात्रा करके भगवान शंकर की मंदिर अमरनाथ धाम में जाते हैं.11 जून 2025 को प्रथम पूजा के साथ अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ हो चुका है जानकारी के अनुसार 3 जुलाई 2025से 38 दिवसीय अमरनाथ की पवित्र यात्रा को आधिकारिक रूप से शुरू कर दिया जाएगा, अमरनाथ धाम में भगवान शिव बर्फानी शिवलिंग के रूप में विराजमान है जहां पर श्रद्धालु कठिन यात्रा करके भगवान शिव के दर्शन के लिए जाते हैंरास्ते में रोमांचक और सुंदरता से भरपूर बर्फीले पहाड़ियों के नजारे के साथ-साथ श्रद्धालु भक्ति भजन करते हुए अमरनाथ की गुफा तक पहुंचाते हैं, यहां जाने के लिए रास्ता जितना ही रोमांचक है उतना ही कठिन भी है उसके बाद भी लाखों श्रद्धालु उसके बाद भी लाखों श्रद्धालु हर साल अमरनाथ की यात्रा पर पहुंचते है.अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां निम्नलिखित है.अमरनाथ की यात्रा पर जाने से पहले अपना पंजीकरण अवश्य कर ले, पंजीकरण ऑनलाइन माध्यम से किया जाता है.कठिन मार्ग होने के कारण सभी यात्रियों को अपने स्वास्थ्य का जांच करना अनिवार्य है, चिकित्साह रूप से स्वस्थ आदमी को ही अमरनाथ यात्रा करने के लिए अनुमति दी जाती है.अमरनाथ की यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए सेवा के जवान सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसी पूरे मार्ग पर तैनात रहेंगेयात्रियों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने साथ गर्म कपड़े फर्स्ट-एड किट, रेनकोट और अन्य आवश्यक सामग्री साथ लेकर जाएं क्योंकि अमरनाथ की यात्रा पर मौसम कभी भी बदल सकता हैअमरनाथ की यात्रा 3 जुलाई 2025 से शुरू होकर 38 दिनों तक चलेगी इस बीच श्रद्धालु अमरनाथ जाकर भगवान शिव के दर्शन कर सकते हैंमहादेव के दर्शन के लिए अमरनाथ के यात्रा पर लाखों श्रद्धालु कठिन यात्रा करके पहुंचते हैं यह सिर्फ यात्रा नहीं बल्कि भक्ति और अटूट आस्था भी हैजिसके वजह से यात्री इतनी कठिन मार्ग पर भी अमरनाथ की दिव्या यात्रा करते हैं अगर आप भी अमरनाथ जाने का योजना बना रहे हैं तो अपनी तैयारियां शुरू कर दीजिए
Aurangabad : औरंगाबाद से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवगढ़ किला भारत के प्राचीन राजमहल में से एक है, इस किला का तालुक राजपूत परिवार के सिसोदिया वंश से है, सिसोदिया वंश के अंतिम राजा जगनाथ जी के मरने बाद उनका कोई भी संतान नहीं होने के कारण उनकी छोटी पत्नी ने राजपाठ संभाल था.राजा जगनाथ जी जी का कोई भी संतान नहीं होने के कारण उन्होंने अपनी बहन से एक बच्चा गोद लिया था उनकी दो बहने थी बड़ी बहन का नाम बड़ी मानी और छोटी बहन का नाम छोटी मनी था। राजा जगनाथ के मृत्यु के बाद देव राज्य का राजपाठ उनकी छोटी पत्नी ने देश को स्वतंत्र होने तक संभाल था 1947 के बाद देवराज को अटॉर्नी जॉर्नल मुनेश्वर सिंह ने देश में मर्ज करने के लिए हस्ताक्षर किया और उसके बाद देव राज्य भारत देश में विलय हो गया.देवगढ़ की रानी ने कराया था विद्यालय का निर्माणदेवगढ़ किला के साथ-साथ वहां पर आपको प्राचीन विद्यालय भी मिलेगा जिसके लिए देवगढ़ के रानी ने अपने राज्य की भूमि विद्यालय बनाने के लिए विद्यालय के नाम से दान की थी. विद्यालय की स्थापना सन 1938 में डॉ अश्विनी कुमार चटर्जी के माध्यम से सार्वजनिक सभा रखकर देवगढ़ के राजा स्वर्गीय जगन्नाथ प्रसाद सिंह के स्मृति में विद्यालय खोला गया था.देवगढ़ के रानी ने 7 एकड़ 13 डिसमिल जमीन किया था विद्यालय के नाम से दानदेवगढ़ राज्य के बड़ी रानी विश्वनाथ कुमारी ने 7 जनवरी 1938 को 7 एकड़ 13 डिसमिल जमीन विद्यालय के नाम से रजिस्ट्री करवा दी थी, इस विद्यालय के पहले प्रधानाध्यापक के रूप में कंठी प्रसाद देशांधि को बनाया गया था जब विद्यालय को शुरू किया गया था तो विद्यालय में आठवीं नवमी और दसवीं तक पढ़ाई करवाई जाती थी लेकिन अब इस विद्यालय में प्लस टू की भी शिक्षा आरंभ कर दी गई है.अगर आप औरंगाबाद में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आप देवगढ़ किला घूमने जरूर जाइये, डी में देवगढ़ किला के साथ-साथ आपको देव सूर्य मंदिर, पातालगंगा मंदिर इत्यादि प्राचीन धरोहर देखने को मिलेंगे।नोट: यह जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से ली गई है अगर आपको इस जानकारी में कुछ भी कमी लगती है तो आप हमें ईमेल करके बता सकते हैंEmail: panthalassanews@gmail.com
Madanpur : बिहार सरकार के पर्यावरण वन और जल विभाग के तरफ से 32 पेड़ों को चिन्हित किया गया है जिसमें औरंगाबाद के मदनपुर क्षेत्र के उमगा पंचायत में स्थित बरगद का पेड़ को प्राथमिकता दी गई है जिसकी उम्र 500 वर्ष से भी ज्यादा है, इसकी उम्र 500 वर्ष से भी ज्यादा बताने के बाद पूरे बिहार में यह बरगद का पेड़ चर्चा का विषय बना हुआ है.चयनित की गई पेड़ों में 27 पेड़ों की उम्र 100 साल से भी है अधिकबिहार के पर्यावरण वन और जल विभाग के तरफ से जिन 32 पेड़ों की चिन्हित की गई है उनमें 27 पेड़ों की उम्र 100 साल से भी अधिक है, चिन्हित 32 पेड़ों को जैव विविधता विरासत वृक्ष घोषित करने के लिए अंतिम चरण में चुना गया है.जानिए 32 पेड़ चिन्हित कौन-कौन से हैंबिहार सरकार ने जिन 32 पेड़ों को जैव विविधता विरासत वृक्ष घोषित करने के लिए चयन किया है उसमें छह पीपल के पेड़ तीन प्रकार 12 बरगद, 2 महुआ, 2 नीम, 1 खिरनी, 2 सेमल, 1 गूलर, 1 कल्पवृक्ष तथा कनक चंपा का 1 वृक्ष शामिल है.बरगद 12 महुआ 2 नीम 2 खिरनी 1 सेमल 2 गूलर 1 कल्पवृक्ष 1 कनक चंपा 1बिहार हेरिटेज ट्री ऐप के जरिए आप भी दे सकते हैं प्राचीन पेड़ों की जानकारी आप भी अपने इलाके के पुराने वृक्ष की तस्वीर खींचकर विरासत वृक्ष के सूची में शामिल करवा सकते हैंअगर आपके भी आसपास कोई प्राचीन वृक्ष है तो आप बिहार हेरिटेज ट्री ऐप (Bihar Heritage Trees App) पर जाकर पेड़ की तस्वीर जीपीएस लोकेशन के साथ डालकर अपलोड कर सकते हैं अगर आपके द्वारा बताई गई जानकारी सही होगी और वृक्ष में विशिष्टता पाई गई तो उसे वृक्ष को विरासत वृक्ष की सूची में शामिल कर लिया जाएगा,औरंगाबाद के मदनपुर क्षेत्र उमगा पंचायत में स्थित बरगद का पेड़ को सबसे प्राचीन पेड़ का दर्जा दिया गया है इसकी वजह से यह बरगद का पेड़ पूरे बिहार में चर्चा का विषय बना हुआ है ग्रामीणों का कहना है कि इस पेड़ की पूजा करने के लिए बिहार ही नहीं बल्कि दूसरे राज्य के भी लोग आते हैं.
Jharkhand : झारखंड की राजधानी रांची में मौजूद सीता फॉल बेहद खूबसूरत फॉल है इस फॉल के बगल में माता सीता की एक मंदिर भी स्थापित की गई है जिसका इतिहास रामायण काल से जुड़ा है अगर आपका भी जुड़ाव प्रकृति और धर्म के साथ है तो सीता फॉल आपके लिए बेहद खास है.लगभग 40 फीट की ऊंचाई से गिरता हुआ पानी मन मोह लेता है इस दृश्य को देखने दूर दूर से लोग यहां आते हैं यहां के शांत वातावरण लोगों को खूब भाता है पिकनिक के लिए यह बेहद खूबसूरत स्थान है स्थानीय लोगों के अलावा अन्य लोग भी यहां आकर पिकनिक मनाते हैं. यह जलप्रपात रांची से लगभग 42.2 किलोमीटर की दूरी पर जोन्हा फॉल के बगल में मौजूद है, ऐसा माना जाता है की रामायण काल में वनवास जाने के दौरान इस स्थान से होकर गुजरी थी उनका पद चिन्ह अभी भी यहां संरक्षित कर रखा गया है और माता-पिता की मंदिर स्थापित की गई है जो यहां का मुख्य आकर्षण है, माता सीता के नाम पर ही इस जलप्रपात का नाम सीता फॉल रखा गया है. अगर आप सड़क मार्ग द्वारा यहां पहुंचना चाहते हैं तो आपको बता दें कि टैक्सी या ऑटो से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है, रांची से इस जलप्रपात की दूरी 42.2 किलोमीटर की है, अगर आप के बजाय यहां रेल मार्ग द्वारा पहुंचना चाहते हैं तो आपको बता दें कि यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन जोन्हा रेलवे स्टेशन है, वही यहां का निकटतम हवाई अड्डा बिरसा मुंडा एयरपोर्ट है, बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से जोन्हा फॉल की दूरी 40 किलोमीटर की है.