Aurangabad : बिहार के औरंगाबाद जिले में सूचना के आधार पर दो अपराधकर्मी को मुफस्सिल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जानकारी के अनुसार 5 मई 2025 को सुबह के करीब 10:00 बजे मुफस्सिल थाना के थाना अध्यक्ष को सूचना दी गई की करियावां गांव के रहने वाले मुर्गी फार्म के संचालक शमशेर सिंह उर्फ टुनटुन सिंह और उसके बेटे मनीष कुमार के द्वारा व्यक्ति के साथ मारपीट और गाली गलौज के साथ-साथ देसी कट्टा दिखाते हुए जान से करने का प्रयास किया गया.सूचना के आधार पर मुफस्सिल थाना औरंगाबाद की पुलिस ने करियावा गांव पहुंचकर आसपास के लोगों से पूछताछ की और कांड संख्या 208/25 के अंतर्गत 5 मई2025 को प्राथमिकी दर्ज कराई की उसके बाद मुर्गी फार्म के संचालक सब शमशेर सिंह उर्फ टुनटुन सिंह के घर पुलिस ने छापामारी करते हुए देसी कट्टा के साथ गिरफ्तार किया पूछताछ में दोनों अपराधकर्मी ने अपना अपराध कबूल किया है.
Ranchi : रांची रेलवे स्टेशन से लगभग 7 किलोमीटर दूर एक पहाड़ के चोटी पर बनाया पहाड़ी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, इस पहाड़ी मंदिर में शिवलिंग की पूजा की जाती है और यहां पर सावन के महीने में शिव भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ होती है.कहा जाता है कि यह शिव मंदिर आजादी से पहले अंग्रेजों के कब्जे में था और यहां पर अंग्रेज स्वतंत्रता सेनानी को फांसी की सजा देते थे, लेकिन अब यहां पर 26 जनवरी और 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और यह देश का पहला ऐसा मंदिर है जहां पर तिरंगा फहराया जाता है. सोमवार को भी लगती है पहाड़ी मंदिर में भक्तों की मेलासावन महीने के साथ-साथ हर सोमवार को भी यहां पर काफी ज्यादा श्रद्धालु आते हैं और भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं, भगवान शिव की प्रतिमा पहाड़ के चोटी पर होने के कारण आपको लगभग 220 सीडीओ को चढ़कर ऊपर जाना होगा और उसके बाद आप भगवान शिव की प्रतिमाके दर्शन कर पाएंगे वहां पर भगवान शिव के साथ-साथ गणेश, मां दुर्गा इत्यादि बहुत सारे भगवान की पूजा की जाती है.
Ranchi : राजधानी रांची के कांटा टोली इलाके में गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापामारी की जिसमें करीबआधा दर्जन से भी ज्यादा लड़कियों को हिरासत में लिया गया सभी लड़कियों का उम्र 18 से 25 वर्ष था, धंधा कर रही लड़कियों के साथ-साथ 10 लोगों को भी हिरासत में लिया गया है पुलिस उनसे पूछताछ कर रही हैकई दिनों से चल रही थी सेक्स रॉकेट का धंधालोअर बाजार थाना के अंतर्गत कांटाटोली इलाके में इस गेस्ट हाउस में कई दिनों से सेक्स रैकेट का धंधा जोरों से चल रही थी पुलिस गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की और आपातजानिक स्थिति में लड़कियों को और नगद राशि भी बरामद की है, हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ जारी है, इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गई है स्थानीय लोगों ने पुलिस की तारीफ करते हुए काफी धन्यवाद किया और पुलिस से यह उम्मीद जताई कि आगे भी ऐसे वह सख्त कार्रवाई करते रहें, झारखंड के राजधानी रांची में सेक्स रॉकेट का धंधा कई तरह से पर्दाफाश होना एक बहुत ही शर्मनाक घटना है , झारखंड पुलिस ने आश्वासन जताते हुए कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी
India : Birth Certificate Online Apply: आज से कुछ समय पहले तक जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए सरकारी दफ्तर के चक्कर काटने पड़ते थेलेकिन अभी के समय में जन्म प्रमाण पत्र बनाना इतना आसान हो गया है कि आप घर बैठे भी जन्म प्रमाण पत्र बना सकते हैं, अगर आपके घर में किसी भी बच्चे का जन्म हुआ है तो उसका तुरंत जन्म प्रमाण पत्रबनवा ले क्योंकि अब लगभग हर क्षेत्र में जन्म प्रमाण पत्र की जरूरत पड़ रही है.जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए कहां से करें आवेदनजन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिएअलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग ऑनलाइन पोर्टल की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है आप सरकार के द्वारादी गई वेबसाइट पर जाकर अपने बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बना सकते हैं, क्योंकि बिना आवेदन करें आप अपने बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र नहीं बना सकते हैं इसके लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना ही जरूरी है.जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवश्यक दस्तावेजजन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिएआपको आवश्यक दस्तावेज का लिस्ट नीचेदी गई है जिसे पढ़कर आप सभी दस्तावेज कोई इकट्ठा करके ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं, जो निम्नलिखित हैअभिभावक का दस्तावेजवोटर आईडीराशन कार्डनिवास प्रमाण पत्रआधार कार्डबच्चों का दस्तावेजबच्चों के अस्पताल दस्तावेजहॉस्पिटल द्वारा जारी किया गया प्रमाण पत्रजन्म के समय हॉस्पिटल की रशीद
Ranchi : रांची रेलवे स्टेशन से लगभग 7 किलोमीटर दूर एक पहाड़ के चोटी पर बनाया पहाड़ी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, इस पहाड़ी मंदिर में शिवलिंग की पूजा की जाती है और यहां पर सावन के महीने में शिव भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ होती है.कहा जाता है कि यह शिव मंदिर आजादी से पहले अंग्रेजों के कब्जे में था और यहां पर अंग्रेज स्वतंत्रता सेनानी को फांसी की सजा देते थे, लेकिन अब यहां पर 26 जनवरी और 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और यह देश का पहला ऐसा मंदिर है जहां पर तिरंगा फहराया जाता है. सोमवार को भी लगती है पहाड़ी मंदिर में भक्तों की मेलासावन महीने के साथ-साथ हर सोमवार को भी यहां पर काफी ज्यादा श्रद्धालु आते हैं और भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं, भगवान शिव की प्रतिमा पहाड़ के चोटी पर होने के कारण आपको लगभग 220 सीडीओ को चढ़कर ऊपर जाना होगा और उसके बाद आप भगवान शिव की प्रतिमाके दर्शन कर पाएंगे वहां पर भगवान शिव के साथ-साथ गणेश, मां दुर्गा इत्यादि बहुत सारे भगवान की पूजा की जाती है.
Aurangabad : नमस्कार पैंथालासा न्यूज़ की यह पहली न्यूज़ है जिसमें हम बिहार औरंगाबाद जिले में स्थित देव सूर्य मंदिर के बारे में बात करने वाले हैं, प्राचीन कथाओं के अनुसार देव सूर्य मंदिर का निर्माण एक ही रात में हुआ था और कहा जाता है कि इस मंदिर को भगवान विश्वकर्मा ने एक ही रात में बनाया था, औरंगाबाद का यह सूर्य मंदिर पूरे देश में पहले ऐसा सूर्य मंदिर है जिसका दरवाजा पश्चिम दिशा में स्थित है, मंदिर के बाहर ब्राही लिपि में एक श्लोक के अनुसार इस मंदिर को 12 लाख हजार वर्ष पूर्व निर्माण किया गया था, यहां पर भगवान सूर्य की पूजा की जाती है और साथ ही साल में दो बार छठ मां की भी पूजा की जाती है,पौराणिक कथाओं के अनुसारबिहार में पहली बार छठ पूजाइसी सूर्य मंदिर में मनाया गया था, यहां पर हर साल लगभग लाखों श्रद्धालु छठ पूजा मनाने के लिए आते हैं और सूर्य भगवान को अपना वर्ग समर्पित करते हैंनोट: पैंथालासा न्यूज़ का यह पहला आर्टिकल भगवान सूर्य को समर्पित है
Ranchi : झारखंड के राजधानी रांची से लगभग 70 किलोमीटर तमाड़ गांव के समीप देवड़ी मंदिर स्थित है, यह मंदिररांची से टाटा जाने वाली मार्ग में पड़ता है, इस मंदिर में मां काली की पूजा की जाती हैयहां पर मां काली 16 भुज में स्थित है, देवड़ी मंदिर लगभग700 साल पुरानी मंदिर है, वहां के स्थानीय लोगइस मंदिर को माता देवरी दीरि के नाम से पुकारते हैं,कब बनी थी देवी मंदिरस्थानीय लोगों का कहना है कि इस मंदिर का निर्माणदसवीं शताब्दी में हुई थीइस मंदिर का निर्माण भूमिज मुंडानाम के राजा ने करवाया थाइस मंदिर मेंमाता की 16 भुजाओं वाली प्रतिमा है, वैसे हर जगह मां दुर्गा की आठ भुजाओं वाली प्रतिमा देखने को मिलती है लेकिन यहां पर मां दुर्गा की 16 भुजाएं हैं, इस मंदिर की कलाकृति उड़ीसा राज्य के मंदिरों से मिलती-जुलती है.पौराणिक कथाओं के अनुसार इस मंदिर का निर्माण सिंहभूम के राजा ने करवाया था जिनका नाम राजा कह रहा था कहा जाता है कि जब सिंहभूम के राजा युद्ध में हर कर लौट रहे थे तो इसी स्थान पर इस मंदिर का निर्माण करवाया था और माता के आशीर्वाद से उनका खोया हुआ राज्य वापस मिल गया था वहां के स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि इस मंदिर का निर्माण सम्राट अशोक ने करवाया था जब वहकलिंग युद्ध के दौरान में थे.
Jharkhand : झारखंड की राजधानी रांची में मौजूद सीता फॉल बेहद खूबसूरत फॉल है इस फॉल के बगल में माता सीता की एक मंदिर भी स्थापित की गई है जिसका इतिहास रामायण काल से जुड़ा है अगर आपका भी जुड़ाव प्रकृति और धर्म के साथ है तो सीता फॉल आपके लिए बेहद खास है.लगभग 40 फीट की ऊंचाई से गिरता हुआ पानी मन मोह लेता है इस दृश्य को देखने दूर दूर से लोग यहां आते हैं यहां के शांत वातावरण लोगों को खूब भाता है पिकनिक के लिए यह बेहद खूबसूरत स्थान है स्थानीय लोगों के अलावा अन्य लोग भी यहां आकर पिकनिक मनाते हैं. यह जलप्रपात रांची से लगभग 42.2 किलोमीटर की दूरी पर जोन्हा फॉल के बगल में मौजूद है, ऐसा माना जाता है की रामायण काल में वनवास जाने के दौरान इस स्थान से होकर गुजरी थी उनका पद चिन्ह अभी भी यहां संरक्षित कर रखा गया है और माता-पिता की मंदिर स्थापित की गई है जो यहां का मुख्य आकर्षण है, माता सीता के नाम पर ही इस जलप्रपात का नाम सीता फॉल रखा गया है. अगर आप सड़क मार्ग द्वारा यहां पहुंचना चाहते हैं तो आपको बता दें कि टैक्सी या ऑटो से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है, रांची से इस जलप्रपात की दूरी 42.2 किलोमीटर की है, अगर आप के बजाय यहां रेल मार्ग द्वारा पहुंचना चाहते हैं तो आपको बता दें कि यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन जोन्हा रेलवे स्टेशन है, वही यहां का निकटतम हवाई अड्डा बिरसा मुंडा एयरपोर्ट है, बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से जोन्हा फॉल की दूरी 40 किलोमीटर की है.