Chhath Puja Surya Mandir Deo: औरंगाबाद के देव सूर्य मंदिर का रहस्य और इतिहास
Oct 25 2025 09:43 am
Editor: Admin | Location: Deo, Aurangabad (Bihar), Bihar, India
बिहार के औरंगाबाद में स्थित देव सूर्य मंदिर छठ पूजा के लिए प्रसिद्ध है यहां पर हर साल लाखों श्रद्धालु जाकर छठ पूजा करते हैं और अब भगवान भास्कर से अपनी मनोकामना पूरी होने का आराधना करते हैं, देव सूर्य मंदिर दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसकी द्वार पश्चिम दिशा की ओर है.
सूर्य मंदिर देव का रहस्य
प्राचीन कथाओं के अनुसार औरंगाबाद के देव में स्थित सूर्य मंदिर का मुख्य द्वार पूर्व दिशा की ओर थी, मुगल साम्राज्य के समय जब मुगलों ने इस मंदिर को तोड़ना शुरू किया तो आसपास के लोगों ने इसका विरोध किया और उनसे आगरा किया कि मंदिर को नहीं तोड़ा जाए यह मंदिर उनके आस्था का प्रतीक है, लोगों के कहने पर मुगल साम्राज्य के राजा ने 24 घंटे का समय दिया और कहां की अगर इस मंदिर का दरवाजा पश्चिम दिशा की ओर हो जाएगा तो इस मंदिर को नहीं तोडेंगे हालांकि वहां पर रख कुछ मूर्तियों को उन्होंने खंडित भी किया था, 24 घंटे का समय मिलने के बाद लोगों ने भगवान से आगरा और विनती की इसके बाद मध्य रात्रि के समय मंदिर का दरवाजा पूर्व दिशा से मुड़कर पश्चिम दिशा की हो गई जिसके बाद मुगलों ने इस मंदिर को खंडित नहीं किया और वहां से चले गए थे.
देव सूर्यकुंड तालाब का इतिहास और रहस्य
देव स्थित देवकुंड तालाब में छठ व्रती स्नान करके देव और मंदिर में पूजा करते हैं, इसकी एक अलग ही मानता है लोगों का कहना है कि यहां से एक राजा गुजर रहे थे जो अपने सेवकों को पानी लाने के लिए बोले तो उनके सेवकों ने इसी तालाब से पानी ले जाकर पिलाया राजा ने पानी पीकर अपना हाथ मुंह धोया और आराम करने लगे तभी उनके शरीर पर जख्म और कई सारे निशान मिट गए राजा को यह देखकर आश्चर्य हुआ और अपने सेवकों को बुलाकर बोला कि यह पानी किस तालाब से लाया गया है मुझे वहां ले चलो वहां जाने के बाद राजा उसे तालाब में स्नान किया जिससे उनके शरीर पर पूरे जख्म और निशान खत्म हो गए, इस समय से देवकुंड तालाब में लोग स्नान कर भगवान भाष्कर की पूजा आराधना करते हैं.
